आज बात आजम खान के प्रेशर पॉलिटिक्स की... जिसपर पूर्ण विराम लग चुका है... इसके लिए अखिलेश यादव ने काफी जतन किया... सबसे पहले खुद दिल्ली जाकर आजम खान से मुलाकात की... उसके बाद राज्यसभा में कपिल सिब्बल को भिजवाया...और जब रामपुर लोकसभा उपचुनाव के लिए प्रत्याशी की बात आई, तो खुद सपा के दफ्तर से आसिम राजा के नाम का ऐलान किया... बात यहीं खत्म नहीं हुई... जब विधान परिषद के लिए चार नाम भेजने की बारी आई... तो इसमें दो नाम आजम खान के चहेतों के रहे... यानि 15 दिन के भीतर आजम खान ने तीन बार अपनी ताकत दिखाई है...